प्यार का रोग...
तुम्हारे प्यार का रोग नहीं जाता कसम ले लो,
गले में डाल कर मैंने सैकड़ों ताबीज़ देखे हैं।
सताया न कीजिये...
यूँ हर पल हमें सताया न कीजिये,
यूँ हमारे दिल को तड़पाया न कीजिये,
क्या पता कल हम हों न हों इस जहॉ में,
यूँ नजरें हमसे आप चुराया न कीजिये ।
अपनी यादों में हर पल सजाया है आपको,
यकीं न हो तो मेरी अॉखों में देख लीजिये,
अपने अश्कों में भी छुपाया है आपको।
हमारे दरमियान...
यूँ हर पल हमें सताया न कीजिये,
यूँ हमारे दिल को तड़पाया न कीजिये,
क्या पता कल हम हों न हों इस जहॉ में,
यूँ नजरें हमसे आप चुराया न कीजिये ।
अपनी यादों में हर पल सजाया है आपको,
यकीं न हो तो मेरी अॉखों में देख लीजिये,
अपने अश्कों में भी छुपाया है आपको।
पता नहीं हमारे दरमियान यह कौन सा रिश्ता है,
लगता है कि सालों पुराना अधूरा कोई किस्सा है।
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तुम्हारे साथ आजकल यूँ हर जगह रहता हूँ मैं,
हद से ज्यादा सोचूं तुम्हें बस यहीं सोचता हूँ मैं।
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तुम्हारी तस्वीरों में मुझे अपना साया दिखता है,
महसूस करता है जो यह मन वहीं तो लिखता है।
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तुम्हारी आवाज़ सुनने को हर पल बेक़रार रहता हूँ,
नहीं करूँगा याद तुम्हें मैं खुद से हर बार कहता हूँ।
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नाराज़ ना होना कभी बस यहीं एक गुज़ारिश है,
महकी हुई इन साँसों की साँसों से सिफ़ारिश है।
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बदल जाए चाहे सारा जग पर ना बदलना तुम कभी,
ख़्वाबों के खुशनुमा शहर में मिलने आना तुम कभी
दिल में आया था वो...
दिल में आया था वो
बहुत से रास्तों से ।
जाने का रास्ता न मिला
तो दिल ही तोड़ दिया ।
यादें उनकी ही आती है...
यादें उनकी ही आती है,
जिनसे कोई ताल्लुक हो,
हर शख्श मौहब्बत की,
नज़र से देखा नहीं जाता ।
सरे बाज़ार निकलूं तो...
सरे बाज़ार निकलूं तो
आवारगी की तोहमत,
तन्हाई में बैठूं तो
इलज़ाम-ऐ-मुहब्बत ।
इतनी बेचैनी से तुमको...
इतनी बेचैनी से तुमको किसकी तलाश है,
वो कौन है जो तेरी आंखों की प्यास है,
जबसे मिला हूं तुमसे यही सोचता हूं मैं,
क्यों मेरे दिल को हो रहा तेरा एहसास है,
जिंदगी के इस मोड़ पे तुम आके यूं मिले,
जैसे कि कोई मंजिल मेरे इतने पास है,
एक नजर की आस में तकता हूं मैं तुझे,
अब देख तेरे खातिर एक आशिक उदास है ।
कोशिश यही रहती है कि हम...
कोशिश यही रहती है कि
हमसे कभी कोई रूठे ना,
मगर नजर अंदाज करने वालो को
पलट कर हम भी नही देखते ।
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